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आँखों से पानी आना (Watery Eyes)
आंखों से पानी आने को ‘आँखों से आंसू आना’ भी कहा जाता है। यह एक आम समस्या है जिसमें आपकी आंखों से निरंतर आंसू बह सकते हैं। यह स्थिति आपको अस्वस्थ महसूस करा सकती है और आपकी रोजमर्रा की गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। इस लेख में हम आँखों से पानी आने के कारण, लक्षण और इसके उपचार पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
आंखों से पानी आने का कारण:
1. अनुपयोगी चश्मा: यदि आपका चश्मा गलती से गलत नंबर का बन गया है या आपका नंबर बढ़ गया है, तो इसका परिणाम आंखों में पानी आना हो सकता है।
2. आंखों की सूजन: यदि आपकी आंखों में सूजन हो तो यह आंखों से पानी आने का कारण बन सकती है। सूजन का कारण आंखों के समीपी रोगों, आंख के दबाव, या आंखों के घावों की संक्रमण हो सकता है।
3. आंख के इंफेक्शन: आंखों के संक्रमण जैसे कि कॉन्जंक्टिवाइटिस, कोरीआ या दूसरे रोग आपकी आंखों से पानी आने का कारण बन सकते हैं।
4. रक्तचाप की समस्या: उच्च रक्तचाप या मध्यम रक्तचाप की समस्या भी आंखों से पानी आने का कारण बन सकती है।
5. आंखों की थकान: लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के सामने बिताने से भी आंखों में थकान महसूस होती है और आंखों से पानी आ सकता है।
आंखों से पानी आने के लक्षण:
1. आंखों में अस्थिरता: आंखों से पानी आने के परिणामस्वरूप आपकी आंखों में अस्थिरता का अनुभव हो सकता है।
2. दृष्टि की कमजोरी: आंखों से पानी आने के कारण आपकी दृष्टि में कमजोरी महसूस हो सकती है।
3. जलन और खराश: आंखों से पानी आने के कारण आपको आंखों में जलन और खराश का अनुभव हो सकता है।
4. धुंधली दृष्टि: आंखों से पानी आने के कारण आपकी दृष्टि धुंधली हो सकती है और आपको आसपास की चीजों को स्पष्ट देखने में कठिनाई हो सकती है।
आंखों से पानी आने का उपचार:
1. सही चश्मा पहनें: यदि चश्मा अप्रयोज्य हो गया है, तो अपने नजदीकी आंख चिकित्सक की सलाह लेकर चश्मा बदलें।
2. आंख की सफाई: अपनी आंखों की देखभाल करें और नियमित रूप से आंखों को साफ करने के लिए गरम पानी के साथ कपड़ों का इस्तेमाल करें।
3. आंखों की आराम: अपनी आंखों को नियमित रूप से आराम दें और लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन के सामने बिताने से बचें।
4. दवाओं का उपयोग: आंखों के संक्रमण के लिए उपचार के लिए चिकित्सक से सलाह लें और दिए गए दवाओं का उपयोग करें।
5. आंख की सुरक्षा: धूप में बाहर जाते समय या धूप में काम करते समय, अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए संचार के लिए एक पूर्णांक चश्मा, आंखों के लिए हैट या धूपीन का उपयोग करें।
उपरोक्त उपचारों के अलावा, यहां कुछ अतिरिक्त उपाय और निर्देश हैं जो आंखों से पानी आने की समस्या को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं:
1. गर्म पानी की पट्टी: आंखों को सुखाने और संक्रमण को कम करने के लिए, गर्म पानी से भिगोई गई सूखी कपड़े की पट्टी को आंखों पर रखें। इससे आपकी आंखों की सूजन कम हो सकती है और आंखों के इंफेक्शन को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
2. आंखों की व्यायाम: नियमित रूप से आंखों की व्यायाम करना आपकी आंखों को मजबूत बनाने और उनकी स्वस्थता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। समय-समय पर आंखों को हल्के आदान-प्रदान, गोल आंखों की घुमावदार आंखें करें।
3. पोषक आहार: अपने आहार में पोषक तत्वों को शामिल करने से आंखों की सेहत में सुधार हो सकता है। सब्जियों, फलों, मसूर दाल, अखरोट, मछली, बैंगन, गाजर, अंडे आदि में विटामिन, प्रोटीन, ऑमेगा-3 फैटी एसिड्स, जिंक और पोषक तत्व होते है जिससे आँखें स्वस्थ बनी रहती है।
4. ध्यान रखें: अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए ध्यान रखें। यह सुरक्षा आंखों को नुकसान से बचा सकती है और संक्रमणों से बचाने में मदद कर सकती है। आपको धूपीन या चश्मा पहनने की आवश्यकता हो सकती है, विशेषकर धूप में बाहर जाते समय या कंप्यूटर के सामने लंबे समय तक बैठते समय।
यदि आपको आंखों से पानी आने की समस्या है और यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो आपको अपने नजदीकी कुशल नेत्र चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। वे आपकी स्थिति का मुल्यांकन करेंगे और आपको सही उपचार का सुझाव देंगे।
अपनी आंखों की देखभाल करें और यदि आंखों से पानी आने के लक्षण प्रगति करते हैं, तो आपको तत्पर रहना चाहिए और चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। उचित देखभाल और उपचार के माध्यम से, आप आंखों से पानी आने की समस्या से निपट सकते हैं और आपकी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं।
अपने आंखों से पानी आने की समस्या को नजरअंदाज न करें, यदि यह समस्या बार-बार होती है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो नेत्र चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है। वे आपके लिए सही निदान और उपचार का सुझाव देंगे जो आपकी समस्या को संभवतः दूर कर सकता है।